गठिया (आर्थराइटिस) एक ऐसी समस्या है, जिसमें व्यक्ति को तेज दर्द सहन करना पड़ता है। बोलचाल की भाषा में आर्थराइटिस (Arthritis) को गठिया और जोड़ों का दर्द भी कहते हैं। यह दर्द शरीर के किसी भी हिस्से में उस जगह पर हो सकता है, जहां दो हड्डियां आपस में जुड़ रही हों। आर्थराइटिस का दर्द उंगली के जोड़ों से लेकर घुटने तक किसी भी जोड़ में हो सकता है ।
आर्थराइटिस केयर एंड रिसर्च पत्रिका में छपी एक रिसर्च के अनुसार मोटापा और गठिया का गहरा संबंध है। मोटे लोगों में फिट या कम वजन वाले लोगों की तुलना में यह बीमारी ज्यादा होती है। गठिया के 66 फीसदी मरीज मोटापे के शिकार हैं।
गठिया के मरीज क्या करें
रोजाना करें व्यायाम: जिन मरीजों को गठिया की बीमारी है, उन्हें रोज थोड़ा व्यायाम जरूर करना चाहिए। वॉक के अलावा 10-15 मिनट योग भी करें। इससे मांसपेशियां मजबूत हो जाती हैं। जब जोड़ों में लचीलापन होता है तो चोट लगने पर खतरा कम होता है।
ज्यादा आराम न करें: कभी भी बहुत ज्यादा आराम न करें क्योंकि ज्यादा आराम करने से मसल्स कमजोर हो जाती हैं जिससे जोड़ों में दर्द और बढ़ जाता है इसलिए जितना हो सके, अपनी लाइफ को ऐक्टिव बनाएं रखें।
खान-पान : गठिया के मरीज़ों को अपने खान-पान पर भी ध्यान देना चाहिए। इन लोगों को अदरक, लहसुन, हल्दी, सौंठ आदि खाएं। हरी सब्जियां और विटामिन-सी से भरपूर फल जैसे कि संतरे, नीबू, मौसमी आदि का सेवन करें। दिन भर में कम-से-कम 10-12 गिलास पानी जरूर पिएं।
वजन नियंत्रित रखें: वजन पर नियंत्रण हमेशा बनाए रखें क्योंकि वजन ज्यादा बढ़ जाने से घुटनों और एड़ियों पर दबाव बढ़ जाता है। माना जाता है कि एक किलो वजन बढ़ने से घुटनों का दर्इद 10 गुना तक बढ़ जाता है इसलिए अच्छी और संतुलित डाइट लें और वजन को नियंत्रित रखें।
डॉक्टर की सलाह लें: जब भी आपको घुटनों में ज्यादा दर्द होने लगे या चलने-फिरने में दिक्कत होने लगे तो बिना देर किए तुरंत किसी अच्छे डॉक्टर की सलाह लें। जितनी जल्दी आप इसका इलाज शुरू करेंगे, उतना ही यह आपके लिए अच्छा होगा।
गठिया के मरीज क्या न करें
अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक के सेवन से बचें: वैसे तो गठिया से पीड़ित व्यक्तियों को ढेर सारा पानी पीने और तरल पदार्थों का सेवन करने को कहा जाता है, लेकिन अगर वे अल्कोहल और सॉफ्ट ड्रिंक का सेवन करते हैं तो उनकी समस्या और भी बढ़ सकती है।
रेड मीट से परहेज करें : जब आपको गठिया हो तो उन खाद्य पदार्थों को खाने से बचें, जिनमें अधिक मात्रा में प्यूरिन पाया जाता हो, क्योंकि ज्यादा प्यूरिन हमारे शरीर में ज्यादा यूरिक एसिड पैदा करता है।
ठंडी चीजों से बचें : आमतौर पर बुखार या कफ-कोल्ड में भी ठंडी चीजों का सेवन करने से शरीर में दर्द बढ़ जाता है।अगर आर्थराइटिस के मरीज बहुत ठंडा पानी पीते हैं याआइसक्रीम और दूसरी ठंडी चीजों का सेवन करते हैं तो उन्हें इनके कारण भी अधिक दर्द की समस्या हो सकती है।
फास्ट फूड : बेहतर होगा कि फास्ट फूड से एकदम दूरी बना लें। क्योंकि फास्ट फूड्स में आमतौर पर नमक की मात्रा बहुत अधिक होती है। जो ना केवल आर्थराइटिस की समस्या को बढ़ाती है बल्कि हमारे रुटीन हेल्थ को भी नुकसान पहुंचाती है। जैसे, बीपी हाई होना, यूरिन अधिक आना।