अस्थमा को काबू में रखने के कई उपाय हैं, जिनमें से कुछ को तो आप घर में ही आजमा सकते हैं। अस्थमा में जरूरी नहीं कि आप सिर्फ दवाओं के भरोसे ही रहें। आप घरेलू तरीकों से भी खुद को स्वस्थ रख सकते हैं और दवा की मात्रा भी कुछ कम कर सकते हैं। जानते हैं कि ऐसे ही कुछ घरेलू तरीकों के बारे में, जिनको अपनाकर अस्थमा को काबू में रख सकते हैं।
लहसुन
लहसुन दमा के इलाज में काफी कारगर साबित होता है। 30 मिली दूध में लहसुन की पांच कलियां उबालें और इस मिश्रण का हर रोज सेवन करने से दमे में शुरुआती अवस्था में काफी फायदा मिलता है।
अदरक
अदरक की गरम चाय में लहसुन की दो पिसी कलियां मिलाकर पीने से भी अस्थमा कंट्रोल में रहता है। सवेरे और शाम इस चाय का सेवन करने से मरीज को फायदा होता है।
अजवाइन
दमा रोगी पानी में अजवाइन मिलाकर उबालें और पानी से उठती भाप लें। यह घरेलू उपाय काफी फायदेमंद होता है। इसके अलावा, 4-5 लौंग लें और 125 मिली पानी में 5 मिनट तक उबालें। इस मिश्रण को छानकर इसमें एक चम्मच शुद्ध शहद मिलाएं और गरम-गरम पी लें। हर रोज दो बार यह काढ़ा बनाकर पीने से मरीज को निश्चित रूप से लाभ होता है।
डाइट में बदलाव
ज्यादा वजन होने से अक्सर गंभीर अस्थमा हो सकता है। अपनी डाइट को संतुलित बनाए रखना बहुत जरूरी है, जिसमें बहुत से फल और सब्जियां शामिल हों। फल और सब्जियों में मौजूद बीटा-कैरोटीन, विटामिन और एंटी-ऑक्सिडेंट किसी की भी सेहत के लिए काफी अच्छे होते हैं और ये एयर पैसेज के आसपास की सूजन को कम करने में भी मददगार हो सकते हैं।
योग
अस्थमा को कंट्रोल में रखने में योग भी काफी मददगार है। सांस से जुड़े योग और प्राणायाम जैसे कि भ्रामरी, अनुलोम-विलोम आदि करने से अस्थमा में काफी राहत मिलती है। नियमित रूप से प्राणायाम की प्रैक्टिस करने से सांस से जुड़ी तमाम बीमारियों को कंट्रोल करने में मदद मिलती है।
सहजन की पत्तियां
180 मिमी पानी में मुट्ठीभर सहजन की पत्तियां डालकर करीब 5 मिनट तक उबालें। मिश्रण को ठंडा होने दें, उसमें चुटकीभर नमक, काली मिर्च और नीबू का रस भी मिलाया जा सकता है। इस सूप का नियमित रूप से इस्तेमाल दमा उपचार में कारगर माना गया है।