Benefits of Ashwagandha

Benefits of Ashwagandha: अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है। जिसका इस्तेमाल हमारे प्राचीन काल से ही चला रहा हैं। अश्वगंधा को औषधि के रूप में प्रयोग किया जाता है। इसका चूर्ण पाउडर और कैप्सूल बनाया जाता है। यह एक सप्लीमेंट के रूप में भी इस्तेमाल किया जाता है।

अश्वगंधा के फायदे –
अश्वगंधा के अनेकों फायदे होते हैं जो आपको स्वस्थ रखने में मदद करता है अश्वगंधा में एंटी ऑक्सीडेंट एंटीबैक्टीरियल एजेंट, एंटी इन्फ्लेमेटरी और एंटी स्ट्रेस के गुण पाए जाते हैं जो अनेकों बीमारियों को ठीक करने में मददगार होते हैं। जैसे –
गठिया की परेशानी के लिए
नींद न आने की समस्या
अस्थमा की समस्या
ब्रोकाइटिया की समस्या,
फाइब्रोमियाल्जिया की समस्या
हिचकी आने की समस्या,
यौन इच्छा में कमी होने पर,
चिंता एंग्जायटी की प्रॉब्लम,
ट्यूमर की समस्या होने पर,
टीबी की समस्या,
ल्यूकोडर्मा (त्वचा पर सफेद दाग ) की समस्या,
पेट में दर्द होने पर
पीरियड से जुड़ी हुई समस्या में सहायक
लिवर से जुड़ी बीमारियों (क्रॉनिक) के लिए सहायक।
पुरुषों और महिलाओं में प्रजनन संबंधी समस्याओं के लिए।
इसके अलावा – याददाश्त क्षमता में सुधार करने के लिए शरीर के दर्द और सूजन को कम करने के लिए
बढ़ती उम्र के प्रभाव को रोकने के लिए
तनाव से बचाव के लिए उपयोगी
हेमीप्लेजिया के लिए इस्तेमाल किया जाना
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अश्वगंधा कैसे काम करता है – अश्वगंधा हमारे शरीर में किस प्रकार काम करता है और क्या प्रभाव डालता है इन सब से जुड़े सवालों का पर्याप्त रिसर्च फिलहाल अभी मौजूद नहीं है इससे जुड़े अधिक जानकारी को प्राप्त करने के लिए हमारे सलाह है कि आप हर्बल विशेषज्ञ या डॉक्टर से संपर्क करें। हालांकि कुछ रिसर्च बताते हैं कि :
1) अश्वगंधा ब्लड शुगर के स्तर को कम करता है क्योंकि अश्वगंधा इंसुलिन के स्त्राव और शरीर के संवेदनशीलता को प्रभावित करता है

2) अश्वगंधा कई प्रकार के कैंसर से जुड़ी बीमारियों और ट्यूमर जैसी कोशिकाओं को नष्ट करने में सहायक होता है।

3) अश्वगंधा को सप्लीमेंट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है जो व्यक्ति तनाव से ग्रस्त होते है उनके कॉर्टिसोल से स्तर को कम करने में काफी मददगार होता है।

4) इसके साथ अश्वगंधा ना कि मनुष्य के लिए बल्कि पशुओं के लिए भी उपयोगी होता है अध्ययन से पता चला है कि अश्वगंधा इंसान और जानवरों के मेंटल स्ट्रेस यानी तनाव और चिंता को कम करने के लिए सहायक होता है।

5) मौजूदा रिसर्च बताते हैं कि अश्वगंधा गंभीर रुप के अवसाद को भी कम करने में मददगार होते हैं।

6) अश्वगंधा टेस्टोस्टेरोन के लिए एक दवा (संजीवनी) के रूप में है जो कि टेस्टोस्टेरोन के लेवल को बढ़ाने में यह काफी मदद करता है और पुरुषों में शुक्राणु की गुणवत्ता और प्रजनन की क्षमता में वृद्धि करने में कारगर होता है।

7) अश्वगंधा एक जड़ी बूटी है जो मांसपेशियों में वृद्धि करने, शरीर में हो रहे वसा की कमी को दूर करने और पुरुषों के ताकत में वृद्धि करने में सहायक होता है।

8) अश्वगंधा शरीर के सूजन को कम करने और नेचुरली रूप से कोशिकाओं को नष्ट करने की गतिविधि में वृद्धि करने में सहायक होता है।

9) अश्वगंधा आपके शरीर से कोलेस्ट्रोल और ट्राइग्लिसराइड के लेवल को कम करने के हृदय रोग के खतरे को कम करने में मददगार होता है

10) अश्वगंधा आपके मस्ती की क्रियाओं में वृद्धि करने और आपके स्मृति ईरानी यादास की क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।

अश्वगंधा सप्लीमेंट का इस्तेमाल हर कोई नहीं कर सकता है क्योंकि कुछ लोगों को इसके इस्तेमाल से एलर्जी से संबंधित समस्याएं हो सकती हैं जैसे कि इसका यूज करने से पहले आप आयुर्वेदिक विशेषज्ञ या डॉक्टर की सलाह से ही लें।

सावधानियां एवं चेतावनी
अश्वगंधा को इस्तेमाल करने से पहले आपको इसके नुकसान के बारे में भी जानकारी होनी चाहिए –
अश्वगंधा का सेवन करने से पहले अपने डॉक्टर हर्बलिस्ट या फार्मासिस्ट से परामर्श लेना चाहिए –
1) जो महिलाएं गर्भवती है या स्तनपान कराती हैं उन्हें अश्वगंधा का सेवन करने से पहले डॉक्टर से परामर्श करके ही लेना चाहिए
2) यदि आपके द्वारा कोई अन्य दवा ली जा रही है तो इसका सेवन करने से पहले आप डॉक्टर से जरूर सलाह लें
3) अगर आपको अश्वगंधा या अन्य किसी दवा या फिर किसी जड़ी बूटी से कोई एलर्जी की शिकायत है तो इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए
4) आपको कोई अन्य बीमारी या सेहत से जुड़ी कोई अन्य समस्या है तो इसका सेवन से पहले डॉक्टर परामर्श लेकर ही करना चाहिए
5) अगर आप को कोई एलर्जी की समस्या है जैसे – डाई,प्रिजर्वेटिव, या किसी खाद्य पदार्थ आने से है तो आपको अश्वगंधा का इस्तेमाल करने से पहले डॉक्टर से सुझाव लेकर चाहिए।

अश्वगंधा का सेवन करना कितना सुरक्षित है –
यह अधिकतर लोगों के लिए एक सुरक्षित सप्लीमेंट है लेकिन फिर भी आपको सलाह दी जाती है कि आप इसका इस्तेमाल करने से पहले एक बात जरूर हर्बल विशेषज्ञ या अपने डॉक्टर से परामर्श लेकर ही सेवन करें।
गर्भावस्था और स्तनपान – गर्भवती महिलाओं और स्तनपान कराने वाली महिलाओं को इस दौरान अश्वगंधा का उपयोग करने से बचना चाहिए। इनके लिए अश्वगंधा का सेवन करना सही नहीं है।

अश्वगंधा के नुकसान –
यदि आपके द्वारा अश्वगंधा का अधिक मात्रा में सेवन किया जाता है । तो इससे आपके पेट खराब होने, दस्त होने, और उल्टी होने की समस्या हो सकती है। यह एक सामान्य साइड इफेक्ट है। यह जरूरी नहीं कि सभी लोगों को यही साइड इफेक्ट हो, लेकिन अधिकतर लोगों में इसी प्रकार के प्रभाव देखे गए हैं। इनमें से अगर कोई साइड इफेक्ट आपको महसूस हो या इसके और क्या क्या साइड इफेक्ट हो सकते हैं इन सभी जानकारी के बारे में जानने के लिए आपको डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।

अश्वगंधा की खुराक –
यह एक सुरक्षित जड़ी बूटी है लेकिन जैसा कि हमने आपको बताया कि यह सभी लोगों के लिए उपयोगी नहीं होता है ऐसे में डॉक्टर की सलाह लेना जरूरी है
सामान्य तौर पर अश्वगंधा का सेवन 1 दिन में एक से दो बार लगभग 450 से 500 मिलीग्राम तक की इसे लेना चाहिए।

अश्वगंधा की उपलब्धता
अश्वगंधा एक हर्बल सप्लीमेंट के रूप में इस्तेमाल किया जाता है। यह कैप्सूल के रूप में भी उपलब्ध होता है। इसके साथ यह चूर्ण और पाउडर में भी मौजूद है।

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