Arthritis Treatment: अर्थराइटिस पर अक्सर बात होती है, लेकिन रुमेटाइड अर्थराइटिस (Arthritis Treatment) (गठिया) पर काफी कम चर्चा होती है। दरअसल, रुमेटाइड अर्थराइटिस (Arthritis Treatment) एक ऑटोइम्यून बीमारी है, जिसमें शरीर की प्रतिरक्षा प्रणाली स्वस्थ कोशिकाओं को ही नुकसान पहुंचाने लगती है। आइए जानते हैं इस बीमारी (Arthritis Treatment) से जुड़े लक्षणों और इलाज से जुड़ी अहम बातें।
गठिया किस उम्र में आम है?
गठिया किसी भी उम्र में हो सकता है। खासकर 30 से 50 साल की उम्र के लोगों को यह होता है। साथ ही, गठिया महिलाओं में पुरुषों से तीन गुना अधिक पाया जाता है।
गठिया क्यों होता है?
गठिया के होने के कई कारण हैं जैसे हार्मोन्स में बदलाव, डेंगू, चिकनगुनिया, जेनेटिक कारण और स्मोकिंग। ये कुछ कारण हैं जिससे गठिया हो सकता है।
गठिया के प्रमुख लक्षण क्या हैं?
शरीर के जोड़ों में दर्द, सूजन और अकड़न होना ये गठिया के मुख्य लक्षण हैं।
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गाउट क्यों होता है?
जीवनशैली में बदलाव गाउट के होने का सबसे बड़ा कारण है। ऐसे लोग जिन्हें हाइपरटेंशन और डायबिटीज है, उनमें इसका खतरा ज्यादा रहता है। साथ ही, जो लोग मांस, मीट, और ज्यादा प्रोटीन खाते हैं, उन्हें भी गाउट हो सकता है। गाउट में सबसे पहले पैर के जोड़ों में दर्द होता है।
क्या बच्चों में भी यह बीमारी देखने को मिलती है?
हाँ, बच्चों में भी यह बीमारी देखने को मिलती है।
कौन सी जांच करानी चाहिए?
सीआरपी, ईएसआर, और एंटी सीसीपी ये सभी जांच जरूरी हैं।
क्या गठिया होने के बाद उसे रोका जा सकता है?
एक बार गठिया होने के बाद ऑपरेशन कराके ही इसे रोका जा सकता है।
गठिया के मरीजों को क्या खाना चाहिए?
मरीजों को लो-फैट खाना और कम नमक वाली चीजें खानी चाहिए। साथ ही, केला, नारियल पानी, कैल्शियम रिच चीज़ें सेहत के लिए अच्छी हैं। दूध, पनीर, सोया, और अंडा इस बीमारी में काफी फायदेमंद हैं।
गठिया के घरेलू उपाय?
हल्दी का अधिक सेवन करें, हल्दी वाला दूध पिएं, साथ ही साथ सेंकाई करें और योग करना जरूरी है।
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