Benefits of acupuncture: एक्यूपंचर थेरेपी (Acupuncture Therapy) एक पारंपरिक चीनी चिकित्सा पद्धति है, जिसमें शरीर के विशिष्ट बिंदुओं पर महीन सुइयां चुभाकर उपचार किया जाता है। यह चिकित्सा शरीर की ऊर्जा (Qi) को संतुलित करने और प्राकृतिक उपचार प्रक्रियाओं को उत्तेजित करने के लिए की जाती है। एक्युपंक्चर कैसे काम करता है और किन बीमारियों में असरदार है, बता रहे हैं जाने-माने एक्युपंचर स्पेशलिस्ट डॉ. रमन कपूरः
एक्यूपंचर कैसे काम करता है?
प्राचीन चीनी चिकित्सा के अनुसार, हमारे शरीर में ऊर्जा का प्रवाह मेरिडियन (Meridian) नामक ऊर्जा मार्गों के माध्यम से होता है। जब यह प्रवाह बाधित हो जाता है, तो व्यक्ति विभिन्न रोगों से ग्रस्त हो सकता है। एक्यूपंचर सुइयों के माध्यम से इन मेरिडियनों को उत्तेजित करके ऊर्जा प्रवाह को संतुलित करता है, जिससे शरीर स्वयं को ठीक करने में सक्षम हो जाता है। सूइयों के अलावा, पेन, कलर थेरपी, पिरामिड थेरपी आदि दूसरे तरीके भी इस्तेमाल किए जाते हैं।
आधुनिक चिकित्सा विज्ञान के अनुसार, एक्यूपंचर से न्यूरो सिस्टम, हॉर्मोनल संतुलन, खून के संचार और मांसपेशियों की गतिविधियों में सुधार होता है। जब सुइयों को त्वचा में डाला जाता है, तो यह तंत्रिकाओं को उत्तेजित कर शरीर में एंडोर्फिन (प्राकृतिक दर्द निवारक) और सेरोटोनिन (मूड सुधारने वाला हॉर्मोन) के स्तर को बढ़ाता है।
एक्यूपंचर का इलाज कैसे किया जाता है?
1. रोगी का मूल्यांकन – एक्यूपंचर विशेषज्ञ पहले रोगी की शारीरिक स्थिति, जीवनशैली और चिकित्सा इतिहास का अध्ययन करता है।
2. सही बिंदु का चयन – चिकित्सक रोग के अनुसार शरीर के विशिष्ट बिंदुओं (Acupoints) का चयन करता है।
3. सूइयों का इस्तेमा – बहुत पतली, सुइयों को त्वचा में डाला जाता है। यह दर्दरहित या हल्का चुभन युक्त हो सकता है। इन सूइयों को 15-30 मिनट तक शरीर में रहने दिया जाता है ताकि उपचार प्रभावी हो।
4. कई बार करनी होती है थैरेपी – रोग की गंभीरता के अनुसार एक्यूपंचर की कई सिटिंग्स ली जाती हैं। बल्कि मैंनेट करने के लिए ठीक होने के बाद भी बीच बीच में यह थेरपी लेनी होती है।
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किन रोगों में एक्यूपंचर से लाभ मिलता है?
1. दर्द से राहत
माइग्रेन और सिरदर्द
कमर दर्द, गर्दन दर्द और जोड़ों का दर्द
गठिया (Arthritis) और मांसपेशियों की जकड़न
2. मानसिक स्वास्थ्य विकार
तनाव (Stress) और चिंता (Anxiety)
डिप्रेशन और अनिद्रा (Insomnia)
ध्यान केंद्रित करने में कठिनाई
3. पाचन समस्याएं
एसिडिटी और अपच
इरिटेबल बॉवल सिंड्रोम (IBS)
कब्ज और दस्त
4. हॉर्मोनल असंतुलन
मासिक धर्म की अनियमितता
थायरॉयड संबंधी समस्याएं
बांझपन (Infertility)
5. सांस संबंधी रोग
अस्थमा (Asthma)
साइनसाइटिस (Sinusitis)
एलर्जी और ब्रोंकाइटिस
6. प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करना
बार-बार होने वाले संक्रमण
शरीर की ऊर्जा में वृद्धि
एक्यूपंचर के लाभ
बिना दवा के उपचार
कोई गंभीर साइड इफेक्ट नहीं
शरीर की प्राकृतिक चिकित्सा शक्ति को बढ़ावा देना
तनाव और दर्द को कम करना
क्या एक्यूपंचर सुरक्षित है?
यदि एक्युपंक्चर प्रशिक्षित विशेषज्ञ द्वारा किया जाए तो आमतौर पर सुरक्षित होता है। फिर भी, कुछ मामलों में निम्नलिखित हल्के दुष्प्रभाव हो सकते हैं—
हल्का दर्द या रक्तस्राव
सुस्ती या थकान
त्वचा पर हल्की लालिमा
गर्भवती महिलाओं, खून पतला करने वाली दवाएं लेने वाले मरीजों और हृदय रोगियों को विशेषज्ञ से परामर्श के बाद ही एक्यूपंचर करवाना चाहिए।
निष्कर्ष
एक्यूपंचर थेरेपी एक प्रभावी और प्राकृतिक चिकित्सा पद्धति है, जो शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य को संतुलित करने में सहायक है। यह न केवल दर्द को कम करता है, बल्कि शरीर की ऊर्जा प्रणाली को संतुलित कर समग्र स्वास्थ्य में सुधार करता है। यदि इसे प्रमाणित विशेषज्ञ द्वारा किया जाए, तो यह कई रोगों के लिए एक सुरक्षित और प्रभावी उपचार हो सकता है।
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