Blood Pressure Control Diet

Blood Pressure Control Diet: जो लोग ब्लड प्रेशर के शिकार हैं उन्हें चाहिए कि वह एक बैलेंस्ड डाइट लें। जिससे वह अपने ब्लड प्रेशर को कंट्रोल कर सके और अपने आप को स्वस्थ रखे सकें।

हाई बीपी वाले लोगों के लिए दिल की बीमारी होने का खतरा बना रहता है। ऐसे लोगों को अपने डायट में सैचुरेटिड फैट जैसे कि मक्खन, घी, मलाई आदि का सेवन कम करना चाहिए। क्योंकि इन चीजों का सेवन करने से आपके दिल की नलियों के संकरा होने का खतरा बढ़ जाता है। इसलिए आपसे जितना हो सके,  उतना आप अपने डायट में लो फैट डायट लें। 

हाई ब्लड प्रेशर के मरीज क्या खायें

  • हाई ब्लड प्रेशर के मरीजों को ऐसे खाद्य पदार्थों का सेवन करना चाहिए जिनमें कैल्शियम, मैग्नीशियम और पोटैशियम आदि प्रचुर मात्रा में पाये जाते हो। ये सभी तत्व आपको दूध, केला, स्ट्रॉबेरी, सीताफल, संतरा, खुबानी, बादाम, हरी सब्जियां और दालें आदि का सेवन करने पर प्राप्त होता हैं।
  • हाई बीपी के मरीजों के लिए सूप, सलाद, खट्टे फल, नीबू पानी, नारियल पानी, काला चना, लोबिया, अलसी, आडू, सोया आदि खाना फायदेमंद होता है।
  •   हाई बीपी के लोगों के लिए सब्जियों की बात करें इन्हें पालक, टमाटर, पत्तागोभी, कटहल, गाजर, ब्रोकली, पत्तेदार सब्जियां, प्याज और लहसुन खाने में इस्तेमाल करना चाहिए । इसके साथ ही मौसमी फलों का भी खूब सेवन करना चाहिए।
  •   हाई ब्लड प्रेशर वाले मरीजों को खूब पानी पीना चाहिए। आप लोग कोशिश करें की दिन भर में लगभग 10 गिलास पानी पिएं। 
  • ऐसे मरीजों को ओमेगा थ्री वाली चीजें, जैसे कि अलसी, बादाम, अखरोट, फिश ऑयल आदि का इस्तेमाल खाने में करना चाहिए। आपको रोजाना 5-7 बादाम और 3-4 अखरोट को लेकर जरूर खाना चाहिए, यह आपके लिए फायदेमंद होता है। 
  •  इन दिनों बीपी के मरीजों के लिए DASH डायट यानी डायट्री अप्रोचिस टु स्टॉप हाइपरटेंशन खूब प्रचलन में है। इसमें क्या न खाएं से ज्यादा, क्या खाएं इस बात पर जोर दिया गया है । जिसमें की अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन और इंडियन नैशनल कैंसर इंस्टिट्यूट के मुताबिक बताया गया है कि बीपी के मरीजों के लिए दिन भर में एक किलो तक फल-सब्जियां और कार्बोहाइड्रेट व लो फैट मिल्क प्रॉडक्ट्स का सेवन करना फायदेमंद होता है 

परहेज करें

  •  हाई बीपी के मरीजों को नमक कम खाना चाहिए। ऐसे लोगों के लिए दिन में करीब आधा चम्मच नमक काफी होता है। आप टेबल सॉल्ट का इस्तेमाल न करें। आपके लिए दिन भर में आधा चम्मच के करीब नमक खाना काफी है। जो कि आपको यह खाने से आसानी से प्राप्त हो जाता है। आपको बता दें कि अनाज, फल, सब्जियों आदि खाने से भी हमें नैचरल तरीके से नमक मिलता ही है। आपको सप्ताह में एक बार बिना नमक के खाना खाने की आदत डालनी चाहिए।
  •  चटनी, सॉस, अजीनोमोटो, अचार, बेकिंग पाउडर आदि इन चीजों का आपको परहेज करना चाहिए। यदि आप पापड़ खाते हैं तो बिना नमक वाला पापड़ ही खाएं।
  •  आपके लिए पैक्ड या फ्रोजन आइटम खाना नुकसानदायक होता है इसे ना खाए तो ही अच्छा है। क्योंकि इनमें प्रिजरवेटिव होते हैं और साथ ही इनमें नमक भी ज्यादा होता है। इसी तरह आपको बेकरी आइटम्स जैसे चिप्स, बिस्कुट, भुजिया, कुकीज, फ्रोजन मटर, केक, पेस्ट्री आदि को भी खाने से बचना चाहिए क्योंकि इनमें सैचुरेटिड फैट ज्यादा होता है।
  •   अगर आप सलाद या रायता आदि खाते है तो इसमें नमक मिलाकर ना खाएं और ना ही खाने में ऊपर से नमक डालकर खाएं।

लो ब्लडप्रेशर के लोगों को किस प्रकार का एक बैलेंस्ड डायट लेना चाहिए।

  • लो बीपी के मरीजों को खाने में कोई खास परहेज नहीं करना पड़ता है। ऐसे लोगों को ज्यादातर हेल्थी चीजें खानी चाहिए और इसके साथ तीन टाइम खाना और दो बार स्नैक्स लेना चाहिए। इन्हें खाना खाते समय खासतौर पर ध्यान रखना चाहिए कि खाने की क्वॉलिटी के साथ क्वॉन्टिटी भी अच्छी हो, जिससे कि शरीर में एनर्जी बनी रहे। जब आप कम खान और अन हेल्थी डायट लेते है तो आपका बीपी और लो होने की संभावना बढ़ जाती है।
  •  अगर आपका अचानक से बीपी एकदम लो हो गया है तो कॉफी या चाय पीना फायदेमंद होता है। इससे आपको तुरंत राहत मिलता है क्योंकि चाय-कॉफी में मौजूद टेनिन व निकोटिन की मात्रा अधिक होती है जो आपके बीपी को बढ़ा देता है। लेकिन इसके सेवन से आपको लंबे समय तक कोई फायदा नहीं होगा। 
  •   लो बीपी वालों को हेल्दी व नॉर्मल बैलेंस डायट (संपूर्ण पोषण संतुलित आहार) लेना चाहिए। आपके लिए स्प्राउट्स, दालें, काला चना, फल या सब्जियां खाना फायदेमंद होता है अब जितना हो सके उन्हें खाएं। आप हर दो से तीन घंटे में कुछ हल्का-फुल्का स्नैक्स खाएं। इससे आपके बीपी में ज्यादा उतार-चढ़ाव नहीं होगा।
  •   इसके अलावा आपको केला, खजूर, केसर, दालचीनी और काली मिर्च का सेवन करना चाहिए।
  •  आप पानी ज्यादा पीएं। दिन में लगभग 10-12 गिलास पानी पीना आपके लिए जरूर है।यदि मरीज के अंदर सोडियम की मात्रा कम है तो डॉक्टर अक्सर ऐसे लोगों को डायट में नमक बढ़ाने की सलाह देते हैं।

नोट :  बीपी के पेशेंट को चाहिए कि एक हेल्दी बैलेंस्ड डायट लें । क्योंकि बीपी को कंट्रोल करने में डायट का रोल 50 फीसदी तक होता है। इसके अलावा आपको बाकी का फायदा स्ट्रेस मैनेजमेंट और एक्सर्साइज करने से मिलता है।इसमें आप योगासन, प्राणायाम और मेडिटेशन कर सकते है। आपके लिए खासतौर भ्रामरी प्राणायाम करना फायदेमंद रहेगा।

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