When is bypass surgery necessary for heart patients?

Coronary Artery Bypass Surgery: बाईपास सर्जरी जिसे Coronary Artery Bypass Grafting surgery भी कहा जाता है। इस सर्जरी की मदद से दिल कि कई बीमारियों को दूर किया जाता है। यह सर्जरी (Coronary Artery Bypass Surgery) में हृदय की मांसपेशियों के रक्त प्रवाह को बेहतर बनाने में मदद करती है। कई बार खान-पान और खराब लाइफस्टाइल के चलते दिल में ब्लॉकेज की समस्या देखने को मिलती है। इन ब्लॉकेज को सर्जरी की मदद से ठीक किया जाता है।

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कब आती है बाईपास सर्जरी (Coronary Artery Bypass Surgery) की नौबत?

इस बारे में मशहूर डॉक्टर पुरुषोत्तम लाल ने बताया कि बाईपास सर्जरी की नौबत मल्टीपल ब्लॉकेज आने पर होती है। हार्ट बाईपास सर्जरी हार्ट के ब्लॉक्ड आर्टरी के उपचार के लिए किया जाता है। दरअसल, हार्ट बायपास सर्जरी रक्त और ऑक्सीजन को दिल तक पहुंचने के लिए एक नया रास्ता (बाईपास) बनाती है। यह एक जटिल प्रक्रिया होती है, लेकिन ज्यादातर समय यह एक प्लैन्ड ऑपरेशन होती है लेकिन कई बार यह आपातकालीन स्थितियों में भी की जाती है। वहीं सर्जरी कराने की सलाह तब दी जाती है जब:

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1) कोरोनरी धमनी का रोग हो जाए

2) छाती में दर्द होने के लक्षण दिखने लगे

3) हार्ट अटैक का आना

4) कोरोनरी हार्ट डिजीज (Coronary Heart Disease) के समय

5) कोरोनरी धमनी ब्लॉक हो जाए

अगर आपके साथ भी ऐसी ही कुछ परेशानी है तो इससे नजरअंदाज न करें बल्कि गंभीरता से इसका इलाज करवाएं क्योंकि छोटी सी समस्या आगे जाकर बड़ी परेशानी बन जाती है।

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