Coronavirus six Minute Walk Test: अगर कोविड के लिए आरटीपीसीआर (RT-PCR) या शरीर में इन्फ्लेमेशन जांचने (Coronavirus six Minute Walk Test) के लिए CRP टेस्ट नहीं हो पा रहा तो घबराए नहीं। आप अपने दिल और फेफड़ों की क्षमता को चेक करने के लिए खुद भी एक छोटा सा टेस्ट (Coronavirus six Minute Walk Test) कर सकते हैं। इस टेस्ट से आप यह अंदाजा भी लगा सकते हैं कि आपको निमोनिया है या नहीं। हार्ट केयर फाउंडेशन के अध्यक्ष डॉ. के. के. अग्रवाल के अनुसार इस 6 मिनट टेस्ट (Coronavirus six Minute Walk Test) ( 6MWT) की दुनिया भर में मान्यता है। इसमें यह देखा जाता है कि आप किसी सख्त और समतल जमीन पर बिना किसी दिक्कत के 6 मिनट में कितना चल पाते हैं?
खास बात यह है कि इसके लिए आपको कहीं बाहर जाने की जरूरत नहीं है। आप घर के अंदर ही इसे आसानी से कर सकते हैं। अगर घर में इतनी जगह नहीं है तो 10 फुट की दूरी पर भी कर सकते हैं और उसी के अनुसार कैलकुलेट कर लें। वह कहते हैं कि इसे कुछ हद तक जुगाड़ू टेस्ट भी माना जा सकता है लेकिन कम-से-कम यह किसी की जान बचाने में मदद कर सकता है।
कैसे करें टेस्ट
अपने घर में 50 फुट की दूरी पर दो कुर्सियां लगा लें। अब इन कुर्सियों के चक्कर लगाएं और पहली कुर्सी तक जाने यानी 100 फुट पर एक चक्कर मानें। फिर देखें कि 6 मिनट में सांस फूले बिना या किसी और दिक्कत के बिना आप कितने चक्कर लगा पाते हैं। अगर दिक्कत लगे तो आप थोड़ी देर के लिए कुर्सी पर बैठ जाएं और फिर चक्कर लगाएं। अगर आपने 6 मिनट में 100 फुट के करीब 17 चक्कर लगा लिए तो मानें कि आपका दिल दुरुस्त है और आपको निमोनिया भी नहीं है। 17 चक्करों की दूरी करीब 1700 फुट (500 मीटर) होती है। ज्यादातर लोग 7 से 17 चक्कर लगाते हैं। 7 से कम चक्कर लगाते हैं तो रिस्क बहुत ज्यादा है।
Coronavirus: कोरोना होने पर ऑक्सीजन की कब और किसे जरूरत होती है?
इसे ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर आपने 6 मिनट में 500 मीटर चल लिया तो आपको घबराने की जरूरत नहीं है। अगर आप 200 मीटर से कम चल पाते हैं तो आप अनफिट हैं और 200 से 500 मीटर चलते हैं तो रिस्क पर हैं। लेकिन 500 से ज्यादा मीटर चलते हैं तो आप फिट हैं। फिलहाल कोविड के टाइम में अगर फिटनेस जांचना चाहते हैं तो अपना एक बेसलाइन देखें कि आप कितने चक्कर लगा पाते हैं। अगर उससे कम हो रहा है तो समझें कि तबीयत खराब हो रही है। ्अगर पहले से ज्यादा चक्कर लगा पा रहे हो तो समझें कि सेहत में सुधार हो रहा है।
ऑक्सिजन लेवल का भी रखें ध्यान
चक्कर लगाते हुए देखें कि ऑक्सिजन लेवल बहुत कम न हो रहा हो। अगर ऑक्सीजन लेवल 4 तक गिर गया हो तो टेस्ट तुरंत बंद कर दें।
क्या बताता है यह टेस्ट
यह टेस्ट आपके फेफड़ों और दिल की सेहत चेक करता है।, लंग्स की सर्जरी, पल्मनरी हाइपरटेंशन, अस्थमा, सीओपीडी (COPD), हार्ट फेल्योर, पेरिफेरल वैस्कुलर डिसीज़ में आमतौर पर यह टेस्ट किया जाता है।
कब न करें
– अगर एक महीने में हार्ट अटैक हुआ हो
– ऊपर का बीपी 180 से ज्यादा हो
– दिल की धड़कन 120 से ज्यादा हो
कब बंद कर दें टेस्ट
– अगर एकदम से बहुत ज्यादा कमजोरी लगे
– चक्कर आने लगें- छाती में दर्द हो जाए
– ऑक्सीजन लेवल 4 से ज्यादा गिर गया
– बहुत ज्यादा पसीना आ जाए
Health OPD को आप Facebook, Twitter पर जरूर फॉलो करें। हेल्थ से जुड़ी विश्वसनीय जानकारी के लिए आप हमारा YouTube चैनल जरूर सब्सक्राइब करें। फीडबैक या शिकायत के लिए आप हमें [email protected] पर मेल कर सकते हैं।