हार्ट अटैक जानलेवा होता है लेकिन कुछ सावधानियां बरत कर आप इसके खतरे को कम कर सकते हैं। एक बार हार्ट अटैक झेल चुके मरीजों को खास सावधानियां बरतने की जरूरत होती है। अगर वे हार्ट अटैक आने के बाद सावधानी नहीं बरतेंगे, तो दोबारा अटैक आने का खतरा बढ़ सकता है। हार्ट अटैक के बाद कई चीजों का आपको ख्याल रखना पड़ता है ताकि आपको दोबारा इसका खतरा न हो। खानपान से लेकर लाइफस्टाइल तक, हर बात का आपको ध्यान रखने की जरूरत पड़ती है।
हार्ट अटैक के मरीज़ क्या करें
- जिन लोगों को डायबिटिज़ या ब्लड प्रेशर की शिकायत है, वे अपने डॉक्टर की सलाह से बीपी और शुगर का लेवल कंट्रोल में रखने की कोशिश करें क्योंकि इन दोनों का लेवल कंट्रोल न होने से हार्ट पर जोर पड़ता है जिससे हार्ट फेल हो सकता है।
- अपने डॉक्टर से दवाइयों के बारे में नियमित सलाह-मशविरा करते रहें। डॉक्टर की बताई गई दवाई नियमित रूप से समय पर लें। अपनी मर्जी से कोई भी दवा लेना न छोड़ें।
- अगर किसी कारण एसिडिटी की शिकायत बढ़ जाए तो इससे हार्ट में खून के थक्के बनने लगते हैं। इससे बचाव के लिए सुबह उठकर एक या दो गिलास गुनगुना पानी पीना चाहिए। गुनगुने पानी में एक चम्मच शहद और आधा नीबू मिलाकर पिएं। यह एसिडिटी के साथ-साथ वजन कम करने में भी मदद करेगा जिससे दिल पर बोझ कम होगा।
- एक्सरसाइज से हार्ट पेशंट को काफी लाभ होता है। रोजाना 35 से 40 मिनट वॉक करें यानी 3-4 किलोमीटर चलें। एक बार में इतना चलें या फिर दिन में दो-तीन बार में इसे पूरा कर लें। अगर वॉक के दौरान दिल पर दबाव लगे तो वॉक बंद कर दें और डॉक्टर से सलाह लें।
- दिल के मरीजों के लिए योगासन और प्राणायाम भी बहुत फायदेमंद हैं। रोजाना 30 मिनट योगासन करने से शरीर लचीला और फुर्तीला होता है। साथ ही, 10-15 मिनट डीप ब्रिदिंग और मेडिटेशन भी जरूर करें।
- खट्टे फल आपकी इम्युनिटी और ब्लड सर्कुलेशन को दुरुस्त रखेंगे। संतरा, मौसमी, कीनू, कीवी, अनार, पाइनएपल, आंवला आदि में विटामिन-सी भरपूर मात्रा में होता है। विटामिन सी से ब्लड सर्कुलेशन बेहतर होता है। इससे वायरल और बैक्टीरिया के अटैक से भी शरीर का बचाव होता है और इम्युनिटी बेहतर होती है। अच्छी इम्युनिटी दिल की हिफाजत करेगी।
हार्ट अटैक के मरीज़ क्या न करें
- हार्ट अटैक के मरीज़ों को कोई भी ऐसे काम से बचना चाहिए जिसमें ज्यादा ताकत लगानी पड़े या वजन उठाना पड़े। इस तरह के कामों से दिल पर बुरा असर पड़ सकता है।
- अटैक के बाद कम-से-कम 2 से 3 हफ्तों तक फिजिकल रिलेशन बनाने से बचें। दिल पर जोर पड़ना मरीज के लिए ख़तरनाक साबित हो सकता है।
- हार्ट के मरीज़ जितना हो सके, डिप्रेशन और तनाव से दूर रहें। तनाव या ज्यादा सोचने से दिल पर बुरा असर पड़ता है।
- दिल के मरीजों को वजन पर भी कंट्रोल रखना चाहिए। मोटापे की वजह से भी हार्ट अटैक का खतरा बढ़ जाता है।
- डॉक्टर के मुताबिक, एक हार्ट अटैक झेलने के बावजूद सिगरेट पीते रहना मुसीबत को न्योता देना है। सिगरेट ही नहीं, हर रूप में तंबाकू से दूरी बना लेनी चाहिए। दिल के मरीजों को उन जगहों से भी दूर रहना चाहिए, जहां रहने पर तंबाकू का धुआं सांस के साथ अंदर जा रहा हो क्योंकि यह भी दिल के लिए सिगरेट पीने जितना ही ख़तरनाक है।
- कॉलेस्ट्रॉल को अपने दिल के करीब न फटकने दें। बढ़े हुए कॉलेस्ट्रॉल से दिल से संबंधित बीमारियों का खतरा बना रहता है। इसलिए हाई ब्लड प्रेशर और बढ़े कॉलेस्ट्रॉल को कंट्रोल करन के लिए दवाइयों और डाइट पर ध्यान देने रहना जरूरी है।