देश दुनिया में प्लास्टिक को प्रतिबंधित करने की बात चल रही है. प्लास्टिक का उपयोग इतना अधिक बढ़ गया है कि यह हमारी दिनचर्या में प्रयोग होने वाली जरूरी चीजों के साथ-साथ खाने-पीने की चीजों में भी इस्तेमाल होने लगी है. वहीं एक सवाल अक्सर पूछा जाता है कि क्या प्लास्टिक की बोटल में पानी पीने से कैंसर का खतरा बढ़ सकता है. इस सवाल का जवाब नई दिल्ली स्थित प्रतिष्टित सर गंगाराम अस्पातल के कंस्लटेंट डॉक्टर नरेश बंसल दे रहे हैं. जानिये उन्होंने इस बारे में क्या कुछ कहा…
डॉ. नरेश बंसल कहते हैं कि पानी हमारे शरीर के लिए सबसे जरूरी चीज है. हमारे ब्लड से लेकर छोटी-छोटी सेल्स का बड़ा हिस्सा पानी का है. इसलिए पानी बिल्कुल साफ सुथरा और हाइजैनिक होना चाहिए. खराब पानी पीने से हेपेटाइटिस, लीवर से संबंधित बीमारियां और टाइफाइड जैसी गंभीर बीमारिया हो सकती है. अगर पानी दूषित होगा तो ये गंभीर बीमारी होने की संभावना अधिक हो सकती है.
उन्होंने कहा, जहां तक पानी की बोटल का सवाल है. प्लास्टिक की बोटल के इस्तेमाल से हम सभी को बचने की जरूरत है. पानी की बोटल में पानी पीने से हेल्थ को गंभीर नुकसान हो सकते हैं. माइक्रोप्लास्टिक के छोटे-छोटे कण पानी के माध्यम से हमारे शरीर में चले जाते हैं और शरीर को नुकसान पहुंचाते हैं. इन माइक्रोप्लास्टिक के कणों की वजह से भविष्य में न सिर्फ पेट में दर्द संबंधित शिकायतें बल्कि कई गंभीर बीमारी का भी कारण बन सकते हैं.
उन्होंने कहा, प्लास्टिक वैसे भी सरकार प्रतिबंधित कर रही है और पर्यावरण के लिए नुकसानदायक है. इसका जितना कम उपयोग हो उतना बेहतर है. प्लास्टिक बोटल का प्रयोग न ही करें तो बेहतर हैं. इसकी जगह कांच की बोटल या किसी धातु से बनी बोटल का इस्तेमाल करना ठीक रहेगा. गर्मियों के सीजन में मिट्टी के मटकों से बेहतर पानी के स्टोरेज के स्टोरेज के लिए कुछ भी नहीं है.