How to Avoid Cardiac Arrest from Dr. Devi Shetty, Senior Cardiologist: कार्डियक अरेस्ट बिना किसी बीमारी के नहीं होता।दिल के मरीजों में 50% ऐसे हैं, जो हार्ट के साथ-साथ डायबिटीज के भी मरीज हैं। ऐसे में कार्डियक अरेस्ट (How to Avoid Cardiac Arrest from Dr. Devi Shetty, Senior Cardiologist) होने की सबसे बड़ी वजह डायबिटीज ही है। पहले ब्लॉकेज शुरू होता है, जिसकी वजह से लोगों को कुछ परेशानी होती है। इतना ही नहीं, इसके बाद भी लोग सिगरेट पीते हैं। इसकी वजह से अचानक दिल की नलियां बंद हो जाती हैं और हार्ट अटैक की आशंका बढ़ जाती है।ऐसा होने पर इंसान मर भी सकता है।
क्या है डॉ. देवी शेट्टी की फिटनेस का राज़
मुझे शुरू से ही फिटनेस का शौक रहा है। मैं कम उम्र से ही बहुत तरह की एक्सरसाइज करता रहा हूं। एक्सरसाइज और लाइफस्टाइल का फिटनेस में बहुत बड़ी भूमिका है। मैं
- बॉडी बिल्डिंग (Body Building)
- मार्शल आर्ट्स (Martial Arts)
- योग (Yoga)
- कसरत (Regular Exercise)5. धूम्रपान को न (Don’t Smoke )
- शराब को न (Don’t drink)
- 14 से 16 घंटे तक काम
- Spiritual (आध्यात्मिक) सोच
जीवन के लिए लाभदायक 5 बातें
- हेल्दी खाना ही खाएं। फैटी खाने को न कहें। वजन कम करें। रोज सुबह सैर पर जाएं।
- एक्सरसाइज करें। कार्डियो, स्ट्रेचिंग और वेट ट्रेनिंग एक्सरसाइज करें।
- तम्बाकू, सिगरेट को न कहें। ये दिल के लिए बहुत ही खतरनाक हैं।
- 35 साल से ऊपर के उम्र के लोग हार्ट ब्लॉकेज के बारे में जानने के लिए सीटी स्कैन जरूर कराएं।
- भगवान पर श्रद्धा रखें। आध्यात्मिक रहें।
कॉलेस्ट्रॉल कितना खतरनाक
कोलेस्ट्रॉल का हार्ट में होने वाले ब्लॉकेज से कोई सीधा संबंध नहीं होता। कुछ लोगों को जन्म से ही हाइपर कॉलेस्ट्रॉल यानी ज्यादा कॉलेस्ट्रॉल बनता है। इसके चलते ऐसे में लोगों को कॉरोनरी आर्टरी डिसीज़ हो सकती है।
हार्ट अटैक हो जाए तो क्या करेंहार्ट अटैक होने पर एस्पिरिन टैबलेट मरीज की जीभ के नीचे रखनी चाहिए, जिससे मरीज का ब्लड क्लॉट घुल जाता है।सॉरबिट्रेट (Sorbitrate) टैबलेट भी दे सकते हैं। लेकिन सॉरबिट्रेट सिर्फ और सिर्फ उन्हीं लोगों को लेनी चाहिए, जिन्हें पहले से हार्ट की कोई समस्या रही हो। कई बार इससे ब्लड प्रेशर तेजी से गिर रख जाता है। इसलिए एस्पिरिन सबसे सेफ मानी जाती है।
कार्डियक अरेस्ट में भी जान बच सकती है बशर्ते…
हार्ट अटैक में मरीज की जान बचाने के लिए घंटों का टाइम होता है लेकिन कार्डियक अरेस्ट में बमुश्किल 10 मिनट का वक्त मिलता है। इसमें भी हर मिनट चांस कम होते जाते हैं। कार्डिएक अरेस्ट में मरीज के हार्ट की मसाज के साथ-साथ इलेक्ट्रिक शॉक यानी कि बिजली के झटके दिए जाते हैं। अगर शुरुआती 3 मिनट में मरीज का हार्ट रिवाइव सही नहीं होता तो उसके मस्तिष्क को क्षति पहुंच सकती है।
कैसे बच सकते हैं कार्डियक अरेस्ट से?
35 साल की उम्र के बाद कार्डियक सीटी स्कैन जरूर कराना चाहिए। इसे कराने में सिर्फ 3 मिनट का ही समय लगता है। यदि सीटी स्कैन की रिपोर्ट में सब कुछ ठीक होता है तो आपको आने वाले 10 से 20 साल तक हार्ट अटैक नहीं आ सकता। इससे आप अपने अंदर पलने वाली बीमारी के बारे में भी जान सकते हैं।
(डॉ. देवी शेट्टी से हेल्थओपीडी की बातचीत पर आधारित। डॉ. शेट्टी नारायणा हेल्थ के चेरयमैन हैं।)
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