Pregnancy PrecautionsPregnancy Precautions

Pregnancy Precautions: अगर महिलाएं 35 के बाद प्रेग्नेंसी प्लान कर रही हैं, तो कुछ विशेष सावधानियाँ बरतनी जरूरी हैं। सबसे पहले, किसी विशेषज्ञ डॉक्टर से परामर्श लें। प्रेग्नेंसी (Pregnancy Precautions) की योजना से पहले कुछ जरूरी टेस्ट कराए जा सकते हैं, जैसे कि एएमएच (AMH) टेस्ट, जो अंडेदानी में मौजूद अंडों की संख्या का पता लगाता है।

कौन से टेस्ट कराना ज़रूरी है?

स्वास्थ्य जांच आवश्यक है। ऐसे में थायरॉइड हार्मोन (TSH) और शुगर लेवल की जांच कराएं, ताकि इन स्तरों को नियंत्रित रखा जा सके। इसके अलावा बीपी चेक जरूर कराएं क्योंकि रक्तचाप को सामान्य रखना बहुत जरूरी है। उच्च रक्तचाप से प्रेग्नेंसी में जटिलताएँ आ सकती हैं। वहीं प्रेग्नेंसी से पहले वजन को नियंत्रित करना भी जरूरी है।

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प्रारंभिक स्कैन और टेस्ट

12 से 13 हफ्ते में लेवल वन स्कैन कराना चाहिए, जिससे शिशु के विकास की प्रारंभिक स्थिति का पता चलता है। इसके बाद 19 से 20 हफ्ते लेवल टू स्कैन या डिटेल्ड स्कैन करवाएं, जिससे भ्रूण की संपूर्ण स्थिति की जानकारी मिलती है। साथ ही 13वें हफ्ते में NIPT (Non-Invasive Prenatal Testing) टेस्ट कराने से शिशु के स्वास्थ्य के बारे में 100 प्रतिशत जानकारी मिलती है। इसकी कीमत 15,000 से 20,000 के बीच हो सकती है।

सेफ प्रेगनेंसी के खास टिप्स

अगर कोई समस्या दिखाई देती है, तो डॉक्टर CVS टेस्ट कर सकते हैं, जिससे किसी भी जटिलता की पुष्टि होती है। आवश्यकता पड़ने पर गर्भपात का सुझाव भी दिया जा सकता है।
साथ ही प्रेग्नेंसी से पहले वजन कम करना जरूरी है। इसके अलावा धूम्रपान और शराब का सेवन बिल्कुल न करें। शुगर की मात्रा नियंत्रित रखें और स्वस्थ आहार का पालन करें।

इस प्रकार 35 के बाद की प्रेग्नेंसी में विशेष ध्यान और देखभाल की जरूरत होती है। समय-समय पर चिकित्सकीय परामर्श लेते रहें और अपने स्वास्थ्य का विशेष ध्यान रखें। सही देखभाल और योजना से आप स्वस्थ और सुरक्षित प्रेग्नेंसी का अनुभव कर सकती हैं।

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