इम्युनिटी हमारे शरीर की किटाणु और बीमारियों से लड़ने की क्षमता होती है। बैक्टीरिया, वायरस, फंगस, पैरासाइट या कोई दूसरे नुकसानदायक पदार्थ हमारे शरीर पर हमला करते हैं। अगर हमारी इम्यूनिटी मजबूत है तो हम इन किटाणुओं के हमले से बच जाते हैं। बेहतर इम्युनिटी हमें न सिर्फ सर्दी और खांसी से बचाती है बल्कि हैपटाइटिस, लंग्स इन्फेक्शन, किडनी इन्फेक्शन सहित और कई बीमारियों से हमारा बचाव करती है।
इम्युनिटी को हिंदी में रोग प्रतिरोधक क्षमता या प्रतिरक्षा कहा जाता है। प्रतिरक्षा के बारे में सबसे पहले रूसी वैज्ञानिक द्वितीय मेनिकिकोव और फ्रांसीसी सूक्ष्म जीवविज्ञानी लुई पाश्चर ने बताया था। शुरुआत में प्रतिरक्षा को केवल इन्फेक्शन या संक्रामक बीमारियों के लिए जीव की प्रतिरक्षा के रूप में माना जाता था, पर बाद में पता चला कि यह हमारे शरीर को सभी तरह की बीमारियों से लड़ने की शक्ति प्रदान करती है।
इम्युनिटी बढ़ाने के 5 तरीक़े
- अपने खाने में आप हल्दी, लहसुन, अदरक का इस्तेमाल जरूर करें। ज्यादा तेल, बटर वाले खाने से परहेज करें।
- कोशिश करें कि दिनभर में जितनी बार भी पानी पीएं, उसे हल्का गर्म करके ही पिएं। खासतौर पर ठंडे पानी से फिलहाल परहेज करें क्योंकि बदलते मौसम में ये आपको बीमार बना सकता है। साथ ही इम्युनिटी भी कमजोर करता है।
- दिन में कम-से-कम एक या दो बार हल्दी वाला दूध (Golden Milk) पिएं। 150 मिली लीटर गर्म दूध में करीब आधी छोटी चम्मच हल्दी मिलाकर उबालें और गुनगुना रहते हुए ही पी लें।
- रोज कम-से-कम 30 मिनट का समय सिर्फ और सिर्फ अपने लिए निकालें। इस आधे घंटे में योगासन, प्राणायाम और ध्यान लगाएं। परिवार के साथ रहते हैं, तो घर के अन्य सदस्यों को भी ऐसा करने के लिए कहें। इससे तन और मन, दोनों तंदुरुस्त होंगे।
- ऑयल पुलिंग थेरेपी से भी इम्युनिटी बेहतर होती है। एक बड़ा चम्मच (tablespoon) तिल का तेल या नारियल का तेल मुंह में लें। ध्यान रहे इसे पीना / गटकना नहीं है। इसे दो से तीन मिनट के लिए मुंह में घुमाएं और फिर थूक दें। फिर हल्के गर्म पानी से कुल्ला कर लें। ये प्रक्रिया दिन में एक या दो बार की जा सकती है।