Sleep Apnea: खर्राटे यानी कि सोते समय मुँह से आवाज़ निकलना, और स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) तब कहते है जब सांस में रुकावट हो. यह रुकावट 10 सेकंड से ज्यादा होगी तो एब्नॉर्मल मानी जाती है स्लीप एपनिया (Sleep Apnea) एक गंभीर स्लीपिंग डिसऑर्डर है. स्लीप एपनिया एक ऐसी दिक्कत है जो एक ऐसी बीमारी है जिसमे व्यक्ति की सांस नींद में ही रुक जाती है और उन्हें पता भी नहीं चलता है. नींद में सांस रुकने की यह तकलीफ कुछ सेकंड्स से लेकर 1 मिनट तक हो सकती है. स्लीप एपनिया वाले लोग अधिकतर जोर से खर्राटे लेते हैं लेकिन हर कोई खर्राटे लेने वाला व्यक्ति स्लीप एपिनिया का शिकार नहीं होता . यदि रोगी के सांस लेने में रुकावट देर तक रहती है तो खून में ऑक्सीजन की कमी आ जाती है. कई बार नींद में ही व्यक्ति की मौत भी हो जाती है.
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स्लीप एपनिया के रिस्क फैक्टर
- गर्दन का मोटा होना: यदि किसी व्यक्ति की गर्दन मोटी है तो उनका सांस नली सुकुड़ता है जिसकी वजह से स्लीप एपनिया के बढ़ने का खतरा बना रहता है।
- अधिक उम्र:- उम्र बढ़ने के साथ साथ स्लीप एपनिया के खतरा भी बढ़ने लगता है
- शराब और पैन किलर दवाईयां: इनका इस्तेमाल करने की वजह से गले के उत्तक(टिश्यू) ढीला हो जाते है जिसके कारण सांस लेने में दिक्कत और सांस नली में रुकावट की समस्या आती है।
- हार्ट की प्रॉब्लम : जिन व्यक्तियों को हार्ट के जुड़े कोई बीमारी होती है उनमें स्लीप एपनिया के खतरा ज्यादा होता है
- धूम्रपान आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के खतरे में डालता है. धूम्रपान ऊपरी एयरवे हिस्से में सूजन और फ्लूड रिटेंशन को बढ़ाता है.
- नाक की जकड़न आपको ऑब्सट्रक्टिव स्लीप एपनिया के खतरे में डाल सकती है. नाक नली में जमाव की वजह से नाक से सांस लेना मुश्किल हो सकता है.
स्लीप एपनिया से बचने के लिए कुछ टिप्स
- हेल्दी वेट बनाए रखें: रिफाइंड कार्ब्स और चीनी खाने से बचें.
- अपनी वेट लॉस डाइट के हिस्से के रूप में डेली कैलोरी का सेवन कम करें और घर पर बने नेचुरल फूड्स पर स्विच करें.
- कार्डियो और वेट ट्रेनिंग दोनों एक्सरसाइज करें.
- डाइट और व्यायाम एक साथ वजन कम करने और हेल्दी वेट बनाए रखने में आपकी मदद कर सकते हैं.
- सोने का स्टाइल चेंज करें अपनी पीठ के बल सोने की कोशिश करें या अपने सिर को ऊंचे लेवल पर रखें.
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इन योग आसन से करे स्लीप एपनिया को दूर
- योग करें हेल्थी रहने के लिए योगा करना योगा करने से आपके एनर्जी लेवल को बढ़ जाती है.
- इससे आपका हार्ट मजबूत होता है.
- स्लीप एपनिया के लक्षणों को कम करने के लिए ब्रीदिंग एक्सरसाइज और योग सबसे फायदेमंद होते हैं
जाप करें
- आंखें बंद करने और कुछ सेकंड के लिए सांस लेने के तरीके को बनाए रखने के बाद कुछ मिनटों के लिए “OM” शब्द का बार-बार जप करना शुरू करें.
- शब्द को दो बार कहा जाना चाहिए, पहले एक गहरे ओ के साथ जो गहरे अंदर से निकलता है, उसके बाद एक हल्का म होता है.
- ओम ध्वनि एक प्रकार की एनर्जी है जो पूरे मंत्रोच्चार के दौरान महसूस होने वाले स्पंदनों से बनी होती है।
प्राणायाम आसन
- इस आसन में अंगूठा कानों को ढकता है जबकि तर्जनी (index finger) माथे पर टिकी होती है. बाकी तीन अंगुलियां नाक पर आंखों को हल्के से छूती हैं.
- गहरी सांस लें और कुछ सेकंड के लिए हवा को रोककर रखें.
- फिर नाक की नली से मधुमक्खी की तरह गुंजन या भिनभिनाने वाली आवाज के साथ सांस छोड़ें.
- यह श्वास और श्वास पूरी तरह से फेफड़ों के माध्यम से किया जाना चाहिए.
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