दिल की बीमारी तेजी से बढ़ रही है। युवाओं में हार्ट अटैक के मामले पिछले 15 साल में 100 फीसदी बढ़ गए हैं। ऐसे में दिल को दुरुस्त रखने के लिए ऐहतियात बरतना जरूरी है। बदलता लाइफस्टाइल, फिजिकल ऐक्टिविटी का कम होना और स्मोकिंग व शराब पीने से अब युवाओं को भी दिल की बीमारी होने लगी है। ऐसे में सभी को यह जानना चाहिए कि दिल की बीमारी के क्या संकेत होते हैंः
हार्ट अटैक के संकेत : अगर सीने के बीचोंबीच तेज दर्द हो, दर्द लेफ्ट बाजू की ओर बढ़ता महसूस हो, सीने पर पत्थर जैसा दबाव महसूस हो, काफी घबराहट/बेचैनी हो, पसीना आए, लगे कि किसी ने दिल को जकड़ लिया है और दर्द कम होने के बजाय बढ़ता जाए तो हार्ट अटैक की आशंका होती है।
सांस लेने में तकलीफ़ : शारीरिक मेहनत के दौरान सांस लेने में तकलीफ़ होना आम बात है, लेकिन अगर आपको आराम करते वक़्त या सोते वक़्त भी ऐसा हो, तो आपको अपने डॉक्टर से बात करनी चाहिए। बहुत-से लोग बिस्तर पर सीधा लेटने पर भी ठीक से सांस नहीं ले पाते हैं। ऐसा तब होता है, जब दिल खून को ठीक से पंप नहीं कर पाता।
दिल की धड़कन बढ़ जाना : जब हार्ट जरूरत के मुताबिक खून पंप नहीं कर पाता, तो सभी अंगों तक खून पहुंचाने के चक्कर में तेजी से खून पंप करने लगता है। तेजी से खून पंप करने का मतलब है, एक मिनट में दिल सामान्य से कहीं ज़्यादा धड़कता है। अगर ऐसा है तो डॉक्टर से मिलने का वक्त आ गया है ताकि आप इस परेशानी की वजह जान सकें।
एडीमा या सूजन : क्या आपको ऐसा लगता है कि हाल में आपके पेट के आस-पास वजन बढ़ गया है? यह इस बात का इशारा हो सकता है कि आपके शरीर में द्रव (फ्लूइड) इकट्ठा हो रहा हो। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि आपका दिल ठीक से काम नहीं कर रहा और चूंकि खून नसों के हार्ट पूल में वापस नहीं जाता तो, इससे सूजन आ जाती है।
थकावट और थकान : अगर आप रोजाना के मामूली काम करने में भी थक जाते हैं, जैसे शॉपिंग करना या किराने का सामान उठाना, तो यह समझ लें कि दिल के डॉक्टर से मिलना जरूरी है। जब दिल इतना खून पंप नहीं करता कि वह शरीर के अहम अंगों तक पहुंच पाए, तो शरीर मांसपेशियों का खून इन अंगों को भेज देता है। इस वजह से मांसपेशियां रोजाना के काम निपटाने में भी थक जाती हैं।