एग्जाम आते ही बच्चों के साथ-साथ माता-पिता को भी चिंता होने लगती है।अक्सर यह सवाल अमूमन सभी को परेशान करता है कि बच्चों की तैयारी कैसी होगी? और उन्हें परीक्षा में सबकुछ याद रहेगा या नहीं? लेकिन क्या आपको पता है कि आपकी इन समस्याओं को खान-पान से काफी हद तक कम किया जा सकता है। इसके उलट अगर खाना पौष्टिक नहीं है तो बच्चे को भरपूर पोषण नहीं मिल पाएगा। इसका असर उसकी मेमरी और याद करने की क्षमता पर पड़ सकता है। एक्सपर्ट्स का कहना है कि एग्जाम के समय बच्चों को पोषक लेकिन हल्का खाना देना चाहिए।
खाने के अलावा भी कुछ और बातों का ध्यान रखकर हम एग्जाम के तनाव को काफी हद तक कम कर सकते हैं। जानते हैं ऐसे ही कुछ टिप्स के बारे मेंः
सुबह जल्दी उठने की आदत
सुबह उठकर सबसे पहले एक गिलास पानी पीना चाहिए। यह तन-मन को हाइड्रेट और तरोताज़ा करता है क्योंकि रात में आखिरी डिनर 8-9 बजे करने के बाद हम आमतौर पर सुबह 8-9 बजे तक कुछ नहीं खाते। लगभग 12 घंटे हम भूखे-प्यासे रहते हैं इसलिए जब हम सोकर सुबह उठकर एक या दो गिलास पानी पीते हैं तो हमारा शरीर और दिमाग, दोनों सचेत हो जाते हैं और बॉडी को भी आराम मिलता है। पानी पीने से आपका पाचनतंत्र भी अच्छा रहता है।
फल खाएं
यों तो सभी को फल भरपूर मात्रा में खाने चाहिए। लेकिन एग्जाम के दिनों में खासतौर पर फलों का ज्यादा सेवन करना चाहिए। फलों में फाइबर प्रचुर मात्रा में होता है। इनमें नैचरल मिठास होती है, जो आपको एनर्जी देती है। उदाहरण के लिए अगर आप सुबह एक केला खाते हैं तो यह आपकी बॉडी में कुछ न्यूरोकेमिकल्स पैदा करता है जो आपके मूड को अच्छा रखता है। साथ ही, चेतना और एकाग्रता को भी बढ़ाता है। ज्यादातर फलों में फैट नहीं होता और ये आपको लंबे समय तक ऊर्जावान बनाए रखते हैं। सूखे फल यानी ड्राई-फ्रूटस जैसे कि आलूबुखारा, किशमिश, खुबानी, सूखे अंजीर और खजूर आदि खाना भी आपके दिमाग के लिये बेहद अच्छा होता है। बच्चे अगर ट्यूशन या क्लासों के लिए लंबे समय तक घर से बाहर रहते हैं तो उन्हें ड्राई-फ्रूट्स दें ताकि भूख लगने पर वे उन्हें खा सकें।
तरल चीजें
अपने शरीर के अंदर ताजगी बनाए रखने के लिए आपको पानी के अंदर काला नमक और नींबू डालकर पीना चाहिए। नारियल पानी भी पीना चाहिए क्योंकि यह पोटैशियम का एक अच्छा सोर्स है। साथ ही यह आपके शरीर को दूसरे मिनरल्स और इलेक्ट्रोलाइट्स भी अच्छी मात्रा में प्रदान करता है। यह आपको पूरे दिन तरोताजा और ऊर्जावान बनाए रखता है। नारियल की मलाई को बहुत-से लोग फेंक देते हैं लेकिन आपको इसे फेंकना नहीं चाहिए क्योंकि इसका सेवन भी आपके दिमाग के लिए काफी फायदेमंद होता है।
हेल्दी कैफीन चुनें
आपको अपनी डाइट में हेल्दी कैफीन का चुनाव करना चाहिए। जिन लोगों को चाय-कॉफी की आदत है, वे हर्बल और ग्रीन टी पीना शुरू करें। इनमें एंटी-ऑक्सिडेंट भरपूर होते हैं। कैफीन आपकी एकाग्रता को बढ़ाने का काम करती है लेकिन यह कुछ समय के लिए ही होता है। बहुत-से लोगों को लगता है कि चाय की बजाय कॉफी एकाग्रता और सेहत के लिए ज्यादा अच्छी होता है। लेकिन जब आप कॉफी ज्यादा मात्रा में पीने लगते हैं तो यह आपको फायदे की जगह पर नुकसान पहुंचाने लगती है। वहीं कुछ लोग एनर्जी ड्रिंक्स को भी नींद भगाने का एक तरीका मानते हैं। लेकिन वास्तव में ऐसा न्यूरोट्रांसमीटर की स्लो स्पीड के कारण होता है जो दिमाग को प्रभावित करता है। न्यूरोट्रांसमीटर दिमाग के एक सेल (कोशिका) से दूसरे तक संदेश तक ले जाने का काम करता है। साथ ही, ये आपके न्यूरो सिस्टम को प्रभावित करते हैं, जो आपके मस्तिष्क में तनाव बढ़ाने वाले हॉर्मोन्स को सक्रिय कर देते हैं। इसकी वजह से बेचैनी, घबराहट, चिड़चिड़ापन और परेशानी महसूस होती है। इससे धड़कन और ब्लड प्रेशर बढ़ने लगता है। इसके चलते आपको एसिडिटी महसूस हो सकती है। साथ ही, कैल्शियम और विटामिन बी की कमी, नींद न आना, दिल की बीमारियां और कॉलेस्ट्रॉल का लेवल बढ़ने जैसी परेशानियां होने लगती हैं।
बेस्ट तरीका यह है कि आप कैफीन के सेवन करने की जगह थोड़ा पैदल चलें। इससे नींद और आलस दूर हो जाएगा और आप अधिक समय तक ऊर्जावान बने रहेंगे।
हरी सब्जियां खाएं
रोजाना एक बार कोई एक हरी सब्जी ज़रूर खाएं। हरी सब्जियों में आयरन, प्रोटीन, फाइबर और कैल्शियम अच्छी मात्रा में होते हैं, जो आपके दिमाग की सक्रियता में बढ़ोतरी करने का काम करते हैं। आपके दिमाग के लिए बी कॉम्प्लेक्स कैप्सूल भी काफी अच्छा होता हैं।
अलग-अलग तरह के अनाज खाएं
डाइट में विभिन्न प्रकार के भोजन को भी शामिल करना चाहिए। मौटे अनाज को खाने में जरूर शामिल करें। बाजरा, नाचनी, जौ, गेंहू और बिना पॉलिश वाले चावल खाना फायदेमंद रहता है। साबुत अनाज लंबे समय तक एनर्जी प्रदान करते हैं। खाने से पहले सलाद खाएं। ऐसा करने से आपके शरीर को ज्यादा पोषक तत्व और एंटी-ऑक्सिडेंट मिलता है। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक यानी इम्युनिटी बेहतर होती है और आपका स्वास्थ्य भी चुस्त-दुरुस्त रहता है। मोटे अनाज के अलावा दालें, बींस, अंकुरित अनाज और कभी-कभी मछली भी अपने खाने में शामिल करें।
बबल-गम नहीं, ड्राई फ्रूट खाएं
आपको जब भी माउथ फ्रेशनर की जरूरत लगे तो चुइंग-गम की जगह पारंपरिक चीजों का इस्तेमाल करना चाहिए जैसे तिल, कद्दू, अलसी और सूरजमुखी के दाने आदि। जब आप इन चीजों को खाते हैं तो आपको विभिन्न प्रकार के फैट और प्रोटीन भी मिलेंगे। पिस्ता, बादाम, काजू और अखरोट आदि ड्राई-फ्रूट्स से आपके शरीर को ओमेगा-3 फैटी एसिड, ओमेगा-6 फैटी एसिड जैसे प्राकृतिक (मोनोसैचुरेटड) फैट्स मिलते हैं। इन सभी फैट्स की मदद से आपके दिमाग को पोषण मिलता और उसकी शक्ति में भी बढ़ोतरी होती है।
पूरी नींद लें
आपको अपने दिमाग को अच्छा करने के लिए अच्छी नींद भी लेना बहुत जरूरी है। प्रॉपर नींद ना होने के कारण आपको बातचीत करने में तकलीफ और दिमागी एकाग्रता की कमी होती है। जल्दी सोने और जल्दी उठने की आदत डालनी चाहिए ऐसा करने से आपकी याददाश्त और एकाग्रता दोनों ही बढ़ता है। आपको सबसे पहले अपना एक शेड्यूल (दिनचर्या) बनाना चाहिए और इसमें अपने पढ़ाई, सोने-उठने और खाना खाने के समय लिखना चाहिए। ऐसा करने से आप अपने समय की बचत भी करोगे और साथ में आपको यह भी समझ में आएगा कि आप दिन भर में क्या क्या कर रहे हो ।
इनसे करें परहेज
आपको अपने दिमाग की शक्ति को बढ़ाने के लिए खाने–पीने की कुछ चीजों का परहेज भी करना जरूरी है। आपको मैदा और शुगर का सेवन करने से बचना चाहिए। ये आपके शरीर और दिमाग के लिए हानिकारक होते हैं। इनके सेवन से आपको अपने शरीर में थकान, चेहरे पर उदास, शिथिल और चिड़चिड़ा-सा महसूस करते हैं।
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